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हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन ना करना पार्टी की भूल - उदयलाल आंजना, सहकारिता मंत्री

राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई है। इस हार के बाद प्रदेश नेतृत्व को लेकर कांग्रेस पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है। 

कांग्रेस हार की समीक्षा के लिए निरंतर मीटिंग कर रही हैं, इसमें कांग्रेस के अधिकतर नेताओं का मानना है कि सही गठबंधन व सही टिकट वितरण नहीं होना हार का प्रमुख कारण है। 


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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति अपना असंतोष जाहिर कर चुके हैं। इसके अलावा हार के बाद राजस्थान कांग्रेस भी दो गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है।

आज गहलोत सरकार में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बड़ा बयान दिया है। आंजना ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी बेनीवाल का सही आंकलन नहीं कर सकी। 

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उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी जैसी बड़ी पार्टी ने भी बेनीवाल के लिए एक सीट छोड़ दी थी, कांग्रेस बेनीवाल का आंकलन करने में लेट हो गई थी। आंजना ने कहा कि बेनीवाल के साथ गठबंधन करने से प्रदेश में एक बहुत बड़ा जाट वर्ग कांग्रेस के साथ जुड़ जाता। इसके अलावा युवा वर्ग में बेनीवाल की लोकप्रियता का फायदा भी कांग्रेस को मिलता। 

उन्होंने कहा कि बेनीवाल के साथ गठबंधन नहीं करना कांग्रेस की एक भूल साबित हुआ।

सहकारिता मंत्री आंजना ने साथ ही टिकट वितरण पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर वैभव गहलोत को जालौर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारते तो परिणाम अच्छा मिलता। 

आंजना ने कहा कि इसके लिए उन्होंने शीर्ष नेतृत्व को अवगत करवाया था। आंजना ने कहा कि मैंने 2014 के लोकसभा चुनाव में भी वैभव को जालौर से उतारने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि टिकट वितरण में पार्टी ने कई जगह पर सही निर्णय नहीं लिए, जिसके कारण पार्टी को इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा।

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